Maut Shayari
उनसे बिछड़े तो मालूम हुआ मौत क्या चीज है
ज़िन्दगी वो थी जो हम उनकी महफ़िल में गुजार आए
मोहब्बत और मौत दोनों बिन बुलाए मेहमान होते है
कब आजाए कोई नहीं जानता लेकिन दोनों का
एक ही काम है एक को दिल चाहिए दुसरी को धड़कन !!
एक दिन जब हुआ इश्क का एहसास उन्हें
वो हमारे पास आके सारा दिन रोते रहे
और हम भी इतना खुदगर्ज निकले यारो
आँखे बंद करके कफन में सोते रहे
ना जाने मेरी मौत कैसी होगी
पर ये तो तय है तेरी बेवफाई से बेहतर होगी
मौत को तो मैंने कभी देखा नहीं
पर यकीनन बहुत खुबसूरत होगी
जो भी मिलता है उससे जीना छोड़ देता है
मौत मांगते है तो ज़िन्दगी खफा होजाती है
जहर लेते है तो वो भी दवा हो जाती है
तु बता ऐ ज़िन्दगी तेरा क्या करू
जिसको भी चाहा वो बेवफा हो जाती है
ज़िन्दगी ज़ख्मो से भरी है वक्त को मरहम बनाना सीख लो
हारना तो मौत के सामने है फ़िलहाल ज़िन्दगी से जीना सीख लो ..
मोहब्बत और मौत की पसन्द तो देखो यारो
एक को दिल चाहिए और दुसरे को धड़कन
मौत सिर्फ नाम से बदनाम है वरना तकलीफ तो सिर्फ ज़िन्दगी ही देती है
किसी ने खूब कहा है मौत से किस की यारी है आज मेरी तो कल तेरी बरी है
अगर दुनिया में जीने की चाहत ना होती
तो खुदा ने मोहब्बत बनाई ना होती
लोग मरने की आरज़ू ना करते
अगर मोहब्बत में बेवफाई ना होती
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